Jalgaon Train Accident: डरावनी तस्वीरें और अफवाहों के कारण 13 लोगों की जान गई

जलगांव रेल हादसा

23 जनवरी 2025:

बुधवार शाम उत्तर महाराष्ट्र के जलगांव जिले में एक दुखद घटना घटी, जब एक ट्रेन में आग लगने की अफवाह फैल गई। इसके बाद यात्री घबराए और दहशत में आकर ट्रेन से कूदने लगे। कुछ यात्री, जो पटरी पर उतरे थे, पास से आ रही दूसरी ट्रेन की चपेट में आ गए। अधिकारियों ने इस हादसे में कम से कम 13 यात्रियों की मौत होने की पुष्टि की है।

यह घटना उस समय हुई जब लखनऊ-मुंबई पुष्पक एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12533) में सवार यात्रियों ने आग लगने के डर से बगल की पटरियों पर कूदने की कोशिश की और वे कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए।

मध्य रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, इस हादसे में 15 अन्य यात्री घायल हो गए। यह दुर्घटना जलगांव जिले के पचोरा कस्बे के पास माहेजी और परधाड़े स्टेशन के बीच हुई। हादसा तब हुआ जब करीब 4:45 बजे किसी ने इमरजेंसी चेन खींच दी, जिससे पुष्पक एक्सप्रेस रुक गई। हालांकि, रेलवे बोर्ड के सूचना और प्रचार विभाग के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने यह स्पष्ट किया कि डिब्बों में किसी भी प्रकार की चिंगारी या आग नहीं देखी गई।

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, जो वर्तमान में स्विट्ज़रलैंड के दावोस में हैं, ने वीडियो संदेश के माध्यम से इस घटना पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि कुछ यात्रियों को लगा कि ट्रेन से धुआं निकल रहा है, जिससे वे घबराकर कूद गए। दुर्भाग्यवश, वे दूसरी ट्रेन की चपेट में आ गए। फडणवीस ने मृतकों के परिवारों के लिए ₹5 लाख की आर्थिक सहायता की घोषणा की।

रेलवे बोर्ड ने मृतकों के परिवारों को ₹1.5 लाख, गंभीर रूप से घायलों को ₹50,000 और हल्के घायल यात्रियों को ₹5,000 की अनुग्रह राशि देने का एलान किया। जलगांव जिला सूचना अधिकारी युवराज पाटिल ने बताया कि इस हादसे में 12 यात्रियों की मौत हो गई और 15 अन्य घायल हो गए। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, पुष्पक एक्सप्रेस महज 15 मिनट में घटनास्थल से रवाना हो गई, जबकि कर्नाटक एक्सप्रेस को 20 मिनट के भीतर हटा दिया गया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए मारे गए यात्रियों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों की जल्दी ठीक होने की कामना की। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, “महाराष्ट्र के जलगांव में रेलवे पटरी पर हुए दुखद हादसे से दुखी हूं। मैं शोकसंतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। अधिकारी प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।”

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी इस दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया और अधिकारियों से घटना की पूरी जानकारी ली। उन्होंने घायलों के इलाज के लिए उचित दिशा-निर्देश दिए और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस घटना को अत्यंत दुखद बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री फडणवीस से बात की और स्थिति का जायजा लिया। शाह ने ‘एक्स’ पर लिखा, “महाराष्ट्र के जलगांव में हुई रेल दुर्घटना अत्यंत दुखद है। मैंने इस संबंध में मुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फडणवीस जी से बात की और दुर्घटना के बाद उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया। स्थानीय प्रशासन घायलों को हरसंभव सहायता उपलब्ध करा रहा है। मैं इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”

एक यात्री ने मराठी समाचार चैनल को बताया कि जब ब्रेक लगाए गए, तो कुछ यात्रियों ने ट्रेन के पहियों से चिंगारियां निकलती देखीं, जिससे वे घबराए। फिर कुछ यात्रियों ने आपातकालीन चेन खींच दी और पटरी पर उतर गए, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई।

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह हादसा घुमावदार ट्रैक होने के कारण हुआ, जिससे कर्नाटक एक्सप्रेस की दृश्यता प्रभावित हुई। दोनों ट्रेनों के ड्राइवरों ने प्रोटोकॉल का पालन किया और दुर्घटना से बचने की पूरी कोशिश की थी।

मध्य रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुष्पक एक्सप्रेस के ड्राइवर ने घटनास्थल पर फ्लैशर लाइट चालू कर दी थी। कर्नाटक एक्सप्रेस के ड्राइवर ने फ्लैशर लाइट को देखा और ब्रेक लगाने की कोशिश की, लेकिन ट्रैक की घुमावदार स्थिति के कारण ब्रेक लगाने की दूरी प्रभावित हुई।