Budget Session: PM मोदी का तंज – ‘…जब सत्र से पहले कोई विदेशी चिंगारी नहीं भड़की, आग लगाने की कोशिश नहीं हुई’

विकसित भारत

31 जनवरी 2025:

नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद भवन के बाहर पत्रकारों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि नवाचार, समावेशन और निवेश लगातार हमारी आर्थिक गतिविधियों के रोडमैप का आधार रहे हैं। इस सत्र में कई ऐतिहासिक विधेयकों पर चर्चा होगी, जिससे राष्ट्र की ताकत को बढ़ाने वाले कानून बनाए जाएंगे।

विदेशी हस्तक्षेप पर प्रधानमंत्री का तंज

विपक्ष पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “2014 से लेकर अब तक शायद यह पहला संसद सत्र है, जिसके एक-दो दिन पहले कोई विदेशी चिंगारी नहीं भड़की, विदेश से आग लगाने की कोशिश नहीं हुई।” उन्होंने आगे कहा कि, “हर सत्र से पहले शरारत करने की कोशिश की जाती थी, और यहां उसे हवा देने वालों की भी कमी नहीं थी। 10 साल बाद यह पहला सत्र है, जिसमें किसी विदेशी कोने से कोई उकसावे की कोशिश नहीं हुई।”

मां लक्ष्मी का आशीर्वाद और आर्थिक विकास

प्रधानमंत्री ने कहा कि बजट सत्र के प्रारंभ में मैं समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी को प्रणाम करता हूं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि देश के गरीब एवं मध्यम वर्गीय समुदाय पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहे।

उन्होंने कहा कि गणतंत्र के 75 वर्ष पूरे होने के बाद यह बजट सत्र देश की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट है, और 2047 तक विकसित भारत के संकल्प की दिशा में एक नया विश्वास और ऊर्जा प्रदान करेगा।

मिशन मोड में भारत का विकास

प्रधानमंत्री ने कहा कि “हम तीसरे कार्यकाल में मिशन मोड में सर्वांगीण विकास की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, चाहे वह सामाजिक, आर्थिक या भौगोलिक स्तर पर हो।”

उन्होंने इस सत्र को नारी सशक्तिकरण के लिए भी महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “पंथ-संप्रदाय के भेद से मुक्त होकर हर नारी को सम्मानपूर्ण जीवन और समान अधिकार मिले, इस दिशा में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे।”

युवा सांसदों को सुनहरा अवसर

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह बजट सत्र विशेष रूप से युवा सांसदों के लिए एक अनमोल अवसर होगा। उन्होंने कहा, “युवा सांसद जितनी अधिक जागरूकता और भागीदारी दिखाएंगे, उतना ही वे विकसित भारत की दिशा में योगदान कर सकेंगे।”

प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि यह सत्र देश की आशाओं और आकांक्षाओं पर खरा उतरेगा और भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को और मजबूत करेगा।