19 दिसंबर 2024:
महाराष्ट्र में मुंबई तट के पास बुधवार को एक बड़ा हादसा हो गया। नौसेना के एक पोत के एक नौका से टकराने की वजह से 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 101 अन्य लोगों को बचा लिया गया।
नौसेना के मुताबिक, यह पोत इंजन परीक्षण के लिए जा रहा था। लेकिन शाम चार बजे करंजा के पास इसने नियंत्रण खो दिया और ‘नीलकमल’ नामक नौका से टकरा गया। यह नौका यात्रियों को गेटवे ऑफ इंडिया से लोकप्रिय पर्यटन स्थल एलीफेंटा द्वीप पर ले जा रही थी।
तटरक्षक बल और समुद्री पुलिस ने संभाला मोर्चा
नौसेना ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद तटरक्षक बल और समुद्री पुलिस ने खोज और बचाव अभियान शुरू किया। इस अभियान में नौसेना के चार हेलीकॉप्टर, नौसेना की 11 नौकाएं, तटरक्षक बल की एक नौका और समुद्री पुलिस की तीन नौकाओं को लगाया गया।
मृतकों में नौसेना का एक कर्मचारी भी शामिल
नौसेना के मुताबिक, अब तक 101 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। हादसे में 13 लोगों की मौत हुई, जिनमें नौसेना का एक कर्मचारी और जहाज में सवार मूल उपकरण निर्माता (OEM) के दो लोग शामिल हैं। मृतकों में सात पुरुष, चार महिलाएं और दो बच्चे हैं।
मुआवजे की घोषणा
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया।
शोक व्यक्त
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस हादसे पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि मुंबई बंदरगाह में नौसेना पोत और नौका की टक्कर से लोगों की जान जाने से वह बेहद व्यथित हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हादसे को दुखद बताते हुए शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
जांच और कानूनी कार्रवाई
दक्षिण मुंबई के कोलाबा पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। घटना की जांच जारी है।
मृतकों की पहचान
पुलिस ने देर रात 10 मृतकों की पहचान कर ली। इनमें महेंद्र सिंह शेखावत (नौसेना), प्रवीण शर्मा (एनएडी नौका कर्मी), मंगेश (एनएडी नौका कर्मी), मोहम्मद रेहान कुरैशी (यात्री), राकेश नानाजी अहिरे (यात्री), सफियाना पठान, माही पावरा, अक्षता राकेश अहिरे, मिठू राकेश अहिरे और दीपक वी. शामिल हैं। अन्य मृतकों की पहचान की जा रही है।
गेटवे ऑफ इंडिया पर पर्यटकों के प्रवेश पर रोक
हादसे के बाद गेटवे ऑफ इंडिया पर पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई और नौका सेवाओं को निलंबित कर दिया गया। हालांकि, मुंबई-अलीबाग नाव सेवाओं का संचालन जारी रहा।
इलाके में पसरा सन्नाटा
आम तौर पर गेटवे ऑफ इंडिया शाम के समय पर्यटकों का आकर्षण केंद्र होता है, लेकिन हादसे के बाद यहां सन्नाटा पसरा रहा। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने भी इस बचाव अभियान में 56 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।
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