महाराष्ट्र: पुणे में जीबीएस संक्रमण के मामले 100 के पार, पहली मौत की आशंका

महाराष्ट्र

27 जनवरी 2025:

महाराष्ट्र में गिलियन बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) से पहली मौत होने की आशंका जताई गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सोलापुर के एक व्यक्ति की मौत जीबीएस की वजह से हुई होने का अनुमान है। इस बीमारी से राज्य में प्रभावित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अकेले पुणे में जीबीएस संक्रमितों का आंकड़ा 100 के पार पहुंच चुका है।

सोलापुर के मृतक का पुणे दौरा मृतक व्यक्ति सोलापुर का निवासी था, लेकिन कुछ समय पहले उसने पुणे का दौरा किया था। माना जा रहा है कि पुणे में ही वह जीबीएस संक्रमण की चपेट में आया। हालांकि, स्वास्थ्य अधिकारियों ने अभी तक इस मामले में विस्तृत जानकारी साझा नहीं की है।

पुणे में सबसे ज्यादा मामले गिलियन बैरे सिंड्रोम का प्रकोप सबसे अधिक पुणे में देखा जा रहा है। रविवार तक पुणे में जीबीएस संक्रमित मरीजों की संख्या 101 तक पहुंच गई, जिनमें 68 पुरुष और 33 महिलाएं शामिल हैं। इनमें से 16 मरीजों की हालत गंभीर है और वे वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं।
रैपिड रेस्पॉन्स टीम और पुणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (पीएमसी) का स्वास्थ्य विभाग लगातार स्थिति पर निगरानी रख रहे हैं। सिंघाद रोड क्षेत्र में विशेष सतर्कता बरती जा रही है, क्योंकि यहां सबसे ज्यादा मरीज पाए गए हैं।

सर्वेक्षण और बचाव कार्य
अब तक राज्य में 25,578 घरों का सर्वेक्षण किया जा चुका है। इनमें 15,761 घर पुणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन क्षेत्र के हैं, 3,719 घर चिंचवाड़ म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के तहत आते हैं, और 6,098 घर ग्रामीण क्षेत्रों के हैं।

क्या है गिलियन बैरे सिंड्रोम?
गिलियन बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) एक इम्युनोलॉजिकल नर्व डिसऑर्डर है, जिसमें अचानक हाथ-पैर सुन्न हो जाते हैं और मांसपेशियों में कमजोरी आ जाती है। इसके लक्षणों में कमजोरी, डायरिया, और इम्यूनिटी का कमजोर होना शामिल है। बैक्टीरियल और वायरल संक्रमण के कारण इस बीमारी के मामले बढ़ रहे हैं।

विशेषज्ञों के अनुसार, जीबीएस से बच्चे और युवा अधिक प्रभावित हो रहे हैं। हालांकि, इलाज के बाद मरीज ठीक हो रहे हैं।

सरकार की एडवाइजरी
सरकार ने लोगों से पीने का पानी उबालकर इस्तेमाल करने और खाने-पीने में स्वच्छता बनाए रखने की अपील की है। सब्जियों को अच्छी तरह से धोकर और उबालकर खाने की सलाह दी गई है। इससे संक्रमण के खतरे को कम किया जा सकता है।